मजदूर की मौत

भोपाल। लाँकडाऊन 24मार्च से शुरू कर दिया गया एक तरफा निर्णय से गरीब मजदूर जो दूसरे राज्यों में जाकर अपनी रोजी रोटी कमा रहे थे, सबसे बड़ा संकट उनको झेलना पड़ रहा है। बीजापुर छत्तीसगढ़ की जमड़ो मरकम और काफी मजदूर इसके उदाहरण हैं, जो तेलंगाना में मिर्ची मजदूर का काम करती थी। इस 12 साल की बच्ची 24 मार्च से सरकार के नियमो का पालन कर तेलंगाना में रह रही थी लेकिन लाँकडाऊन लम्बा होने के कारण और खाने के लिए कुछ नहीं मिलने की वजह से गाँव वापस आने के लिए चल दी, उसके साथ आसपास गाँव के 11 मजदूर भी पैदल तेलंगाना से बीजापुर के लिए चल दिए, करीब 100 किलोमीटर चलकर अपने गाँव से 14 किलोमीटर पहले बच्ची ने दम तोड़ दिया। गाँव पहुँच कर दूसरे मजदूरों ने बताया, एक तरफा निर्णय से मजदूर के लिए भुखमरी की नौबत खड़ी है। इसमें मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा परेशान है उसे दोहरा नुकसान हो रहा है उससे जुड़े लोग सहायता मांग रहे हैं, वही डबल रेट में सामान मिल रहा है।